Can the third wave of corona come in winter?

            क्या सर्दियों में और खतरनाक हो जाएगा कोरोना वायरस?


          धरती के एक बड़े हिस्से में मौसम बदल चुका है.सर्दियों ने अपनी दस्तक दे दी है और इस सर्दियों के मौसम में सर्दी- जुकाम-खांसी होना आम बात है,लेकिन इस बार सर्दियां दुनिया में सब की चिंता बढ़ा दी है चाहे वह वैज्ञानिक हो डॉक्टर हो या कोई भी आम आदमी हो. सबसे बड़ा डर इस बात से हैं कि ठंडी बर्फीली हवाओं के साथ मौसम बदलने की वजह से कोराना वायरस और बहुत अधिक ताकत से तेजी से फैल रहा है और लगातार संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है.


        वैज्ञानिकों को डब्ल्यूएचओ को आम मनुष्य को सबको  आशंका है कि इस सर्दियों के मौसम में कोरोनावायरस की तीसरी लहर का हमें सामना करना पड़ सकता है,जो पहले से ज्यादा खतरनाक और जानलेवा हो सकता है. इस तिसरी लहर से बचने के लिए हमें पूरी सावधानी रखनी पड़ेगी.

सर्दियों में कोरोना का कहर



      सर्दी के मौसम में क्या कोरोनावायरस और कहर बरपाएगा? 

           वैज्ञानिक के मुख्य कारण मानते हैं कोरोनावायरस के संबंध के परिणाम जो मिले हैं जिनकी इम्युनिटी पावर बहुत अधिक है वह कोरोनावायरस से लड़ सकता है.कोरोनावायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से चला जाता है इसमें इम्न्युनीटी का सबसे अहम रोल अदा करता है जिसमें इम्यून पावर ज्यादा होगी वह इस कोरोनावायरस से लड़ सकता है .

       कोरोनावायरस के कहर को करीब एक साल होने वाला है गर्मी और मानसून तो बीत गया है और अब सर्दियों में कोरोना के कारण बहुत चिंतित हैं. मनुष्य में होने वाले हर संक्रमण रोग का एक खास मौसम होता है जैसे सर्दियों में खांसी जुकाम सर्दियों में खांसी जुकाम होता है गर्मियों में पोलियो वसंत ऋतु में चिकन पॉक्स फैलता है क्योंकि सारी संक्रमण रोग मौसम के साथ आते रहते हैं इसीलिए माना जाता है कि सर्दियों के मौसम में जुकाम खांसी बढ़ेंगे तो कोरोना भी बढ़ेगा.

         सर्दियों के कारण लोग ज्यादातर घरों में रहते हैं ऐसे में घर में अगर एक बार वायरस किसी के भी द्वारा घर में आ गया है तो घर में साथ रहने वाले लोगों को भी संक्रमित होने की संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है. सर्दी में कोरोना वायरस करीब 7 से 23 गुना ताकतवर हो रहा है . सर्दी के चार महीने काफी गंभीर हैं क्योंकि नवंबर दिसंबर जनवरी और फरवरी में कोरोना अपना कहर बरपाआएगा. सर्दियों में हॉपिस्टल में भर्ती होने वाले लोगों मरीजों की संख्या इजाफा होगा. साथ ही मृत्यु दर में भी बढ़ेगी.

        देशों में ऐसे लाखों लोग हैं जो संक्रमित होने के बाद सही समय पर  इलाज मिलने से ठीक हो गए. लेकिन क्या सर्दी के मौसम में कोरोना वायरस इन लोगों को दोबारा निशाना नहीं बनाएगा. अभी तक ऐसे चिंताजनक मामले सामने नहीं आए हैं, जिनमें कोरोना संक्रमण से ठीक हुए व्यक्ति को, दोबारा कोरोना हो गया हो. दोबारा संक्रमित होने पर बहुत बड़ी समस्या बन सकती है. अभी तक इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि एक बार कोरोना होने के बाद दोबार कोरोना नहीं होगा.  

सर्दियों में कोरोना का कहर



    क्या सर्दियों में पहले से कहीं अधिक लोग कोरोना वायरस के शिकार बनेंगे ? 

     दुनिया के कई देशों में सर्दियों के कारण कोरोना का कहर जारी है. एक कोरोनावायरस के कारण बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है बहुत से परिवारों के पालन करने वाले उनका भरण पोषण करने वाला एक कोरोनावायरस ने उनका सहारा छीन लिया .  

        कोरोना संक्रमण के मामले में अमेरिका पहले नंबर पर है. ब्राजील दूसरे नंबर पर है. वहीं, भारत तीसरे नंबर पर है.

        इस साल में सबसे अधिक मुश्किल भरी सर्दी हो सकती हैं और हमें डटकर और सावधानी से इसका सामना करना पड़ेगा. घर के बाहर जब भी हम निकले उससे पहले कहीं भी हम जाए तो मैं मास्क लगाना चाहिए अभी तक मास्क सी हमारा वैक्सीन है. अब दुनिया कोरोना वायरस के बारे में पहले से अधिक जानती है और उसके पास कोरोना वायरस से कैसे लड़ा जा सकता इसका अनुभव भी हो गया है इसलिए बहुत सारी समस्या के बावजूद, सर्दियों में भी कोरोना से निपटा जा सकता है, ज़रूरत है तो बस ग़लतियों से सबक सीखने की. गाइडलाइन की पालना करने की.

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