Saturday, 2 January 2021
Saturday, 26 December 2020
म्यूकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) क्या है? कोरोना रोगी(Covid-19) और शुगर वाले (Diabetes) को क्यों है इससे खतरा?
एक बीमारी कोरोना के बाद भारी ( Heavy after a disease corona) :-
म्यूकोरमाइकोसिस बिमारी क्या है (What is Mucormycosis disease)?
म्यूकोरमाइकोसिस के लक्षण क्या है (What are the symptoms of Mucormycosis)?
म्यूकोरमाइकोसिस बिमारी का असर क्या होता है (What is the effect of Mucormycosis disease)?
म्यूकोरमाइकोसिस बिमारी का इलाज क्या है (What is the treatment of Mucormycosis disease)?
टीवी पर न्यूज़ और अखबार में छपी खबर के अनुसार सर गंगा राम अस्पताल के सीनियर ई एन टी (ENT) सर्जन डॉक्टर मनीष मुंजाल ने कहा कि गंभीर कोरोना कोरोनावायरस के बाद म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है. यह बीमारी ना तो आसानी से पता चल पा रही है और ना ही इसका इलाज आसान है . इस पूरी बीमारी से हम लड़ सकते हैं कैसे दूर रह सकते हैं कैसे अपने परिजनों को सुरक्षित रख सकते हैं यह सब जानकारी दी है इसका ध्यान रखें.कोरोना से ठीक हुए मरीजों में फैल रहा नया संक्रमण मरीजों के आंख नाक दिमाग जबड़े तक पहुंच रहा है. जहां पर यह असर डालता है बच पाना मुश्किल है जैसे की आंख और दिमाग.आंख में पहुंचने के बाद आंख की रोशनी चली जाती है दिमाग में पहुंचने के बाद 80% लोगों की मृत्यु हो जाती है.
Thursday, 24 December 2020
अनार के फायदे और नुकसान (Anar Ke Fayde Or Nuksaan)-Pomegranate Benefits And Side Effects In Hindi 2021
अनार(Pomegranate) एक ऐसा फल है जो अधिकतर महंगा रहता है फिर भी छोटे हो या बड़े सबको बहुत पसंद आता है. यह जितना मीठा और स्वादिष्ट होता है उतना ही उसका छिलका कड़वा और कठोर होता है . छिल्का कड़वा और कठोर होने के बावजूद भी उसमें काफी काफी औषधीय गुण पाए जाते हैं. किसी भी व्यक्ति को कोई भी बीमारी या रोग हो तो डॉक्टर सबसे पहले अनार के सेवन की सलाह देते हैं. आयुर्वेद ने अनार को एक चमत्कारी औषधीय गुण वाला फल माना है. अनार नहीं बल्कि उसका पेड़ और अनार छिलके भी औषधीय गुणों से भंडार भरा हुआ है. अनार खाने से इम्यूनिटी पावर बढ़ता है जो इस कोरोना और कोरोना नए स्ट्रेन से बचने में बहुत मदद करेगा.आप सब यह तो जानते ही और सुना भी होगा ! अनार खाने के बहुत फायदे हैं लेकिन क्या आपको यह पता है अनार खाने से कौन-कौन से फायदे हैं? आइए हम जानते हैं अनार के फायदे कौन-कौन से होते हैं.
अनार का परिचय, अनार क्या है और कैसा होता है (Introduction of pomegranate, what is pomegranate and how is it) ?
अनार कितने प्रकार की होती है (What are the types of pomegranate) ?
अनार में कौन- कौनसे विटामिन होते हैं (Which vitamins are in pomegranate) ?
अनार का इतिहास क्या है (What is the history of pomegranate)?
अनार के सेवन का सही समय क्या है (What is the right time to consume pomegranate)?
1. सुबह के नाश्ते में अनार खाने के फायदे को ऐसा माना जाता है कि यह हमारे शरीर के लिए अमृत है . सुबह नाश्ते के दौरान इसे खाना ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें पोषक तत्व और विटामिन होते हैं, जो आपके अच्छे दिन की शुरुआत स्वास्थ्य के साथ करते हैं। . यह दोपहर के भोजन तक आपको एनर्जी देने काम करती है.
2. दोपहर में दो से पांच तक तक आप कभी भी अनार खा सकते हैं. जिससे आपका पेट भी भरा रहेगा और दूसरे बेकार चीजें खाने का मन नहीं करेगा . शाम के खाने तक आपको इससे एनर्जी मिलती रहेगी.
3. अनार का सेवन कभी भी रात को नहीं करना चाहिए क्योंकि रात के वक्त हमारा मेटाबॉलिज्म काफी धीमा रहता है . इसमें मौजूद फाइबर, विटामिन और शुगर रात को आपके पेट को यह पचाना बहुत मुश्किल हो जाता है जिससे हमारे शरीर के द्वारा यह फैट में बदल सकता है.
अनार का उपयोग कैसे करें (How to use pomegranate)?
यह आपकी इच्छा और पसंद पर निर्भर करता है कि आपको अनार का सेवन किस प्रकार करना ज्यादा अच्छा लगता है.
• आप फलों की सलाद में अनार के दाने मिलाकर चाट फूर्ट की तरह सेवन कर सकते हैं.
• आप अनार का जूस बनाकर सेवन कर सकते हैं. अगर आप घर पर केक कस्टर्ड और आइसक्रीम बनाते हैं तो उसमें अनार डाल कर इस व्यंजन को और भी स्वादिष्ट बना सकते हैं.
• अनार का उपयोग हमें हमेशा सुबह या दिन में ही करना चाहिए.
अनार खाने से पहले इन बातों का महत्वपूर्ण ध्यान रखें (Keep these things in mind before eating pomegranate) :-
1. अनार की तासीर ठंडी होती है जिस किसी को भी कब्ज की शिकायत हो उसे अनार नहीं खाना चाहिए .
2. कुछ दवाइयों का सेवन करने पर भी अनार नहीं खाना चाहिए इससे केमिकल रिएक्शन हो सकता है.
3. लो ब्लड प्रेशर के रोगियों को अनार नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है और इसे खाने से बल्ड सर्कुलेशन की गति और धीमी हो सकती हैं
4. अगर इफ्लूएंजा या खांसी है तो उन्हें अनार नहीं खाना चाहिए . क्योंकि अनार से संक्रमण और ज्यादा बढ़ सकता है.
5. एलर्जी के मरीजों को अनार का सेवन डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए . अन्यथा आपकी एलर्जी ज्यादा बढ़ सकती है.
अनार के चमत्कारी फायदे (Miraculous benefits of pomegranate)?
प्रेगनेंसी में अनार के फायदे (Benefits of pomegranate in pregnancy):-
जो प्रेग्नेंट महिलाए प्रतिदिन अनार का जूस सेवन करती हैं उनका बेबी हेल्दी और फिट होता है. डॉक्टरों का मानना है कि प्रेगनेंसी के दौरान अगर खून की कमी होती है तो समय से पहले डिलीवरी होने की ज्यादा संभावना रहती है. इसीलिए प्रेगनेंसी को महिलाओं को प्रतिदिन अनार खाने से खून की कमी दूर होती है और सही टाइम पर नॉर्मल डिलीवरी होती है. अनार खाने के बाद हमेशा प्रेग्नेंट महिलाएं कुल्ला जरूर करना चाहिए.
दस्त में अनार के फायदे (Benefits of Pomegranate in diarrhea)
दस्त को रोकने के लिए हमें अनार के छिलकों का उपयोग करना चाहिए. अनार के छिलकों को सुखाकर पाउडर बना लें इसे सुबह-शाम खाली पेट गुनगुने पानी के साथ सेवन करें. दस्त रोकने का यह लाभदायक उपाय है.
खांसी में अनार के फायदे(Benefits of pomegranate in cough)
खा़ंसी हो तो अनार के छिलकों को सुखाकर उनको चूसते रहें इससे खांसी जड़ से खत्म हो हो. आधा छोटा चम्मच अनार के छिलके का पाउडर, 8 तुलसी के पत्ते को पीसकर, चुटकी भर हल्दी, थोड़ा नमक,गुड़ डालकर पानी डालकर पेस्ट बना ले .फिर थोड़ा सा घी (5 बुंद) में छोकंकर शहद डालकर चाटले गुनगुने पानी के साथ.आपकी खांसी में तुरंत ठीक हो जाएगी.
मसूड़ों में अनार के फायदे (Benefits of pomegranate in gums)
मसूड़ों और दांतों की तकलीफ से परेशान है तो आप अनार के छिलके को सुखने के बाद जलाकर उसका पाउडर बना लें और मंजन की तरह मसूड़ों पर मले. दांत चमक उठेंगे और दांत व मसूड़ों में मजबूती आएगी . इस मंजन से दांत में कीड़े भी नहीं लगेंगे.
पथरी में अनार के फायदे (Benefits of pomegranate in stone)
अनार का जूस किडनी स्टोन के लिए बहुत फायदा करता है. डॉक्टर भी होममेड अनार का जूस पीने की सलाह देते हैं ताकि किडनी स्टोन जल्दी खत्म हो जाए.
एनीमिया में अनार के फायदे (Benefits of pomegranate in anemia)
अनार एनीमिया से पीड़ित रोगियों के लिए अमृत के समान होता हैं .यह खून की मात्रा में बढ़ोतरी करती हैं इसके अलावा अनार में विटामिन सी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो लौहे के अवशोषण में सहायता करती हैं. एनीमिया के लक्षणों को लड़ने में अनार का पूरा सहयोग करता है प्रतिदिन सुबह नाश्ते के साथ एक गिलास घर का बना हुआ जूस जरूर सेवन करें.
1. एक गिलास अनार के रस में थोड़ा सा सेंधा नमक और शहद मिलाकर पीने से भूख बढ़ती है. पाचन शक्ति भी बहुत मजबूत होती है.
2. रोजाना एक अनार खाने से भी कैंसर की संभावना को रोका और कम किया जा सकता है.
3. अनार के सेवन से दिल से होने वाली बीमारियों से भी बचा जा सकता है.
4. अनार खाने या इसका रस रोज पीने से नकारात्मक भावनाएं कम होती हैं
5. अनार का जूस पीने से स्ट्रेस लेवल घटता है.
6. अनार का जूस इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है और शादीशुदा जिंदगी को भी खुशहाल बनाता है.इसका उपयोग सुंदरता बढ़ाने के लिए भी किया जाता है.
आशा है आपको अनार के फायदे की जानकारी पसंद आई होगी. आपको यह आर्टिकल पढ़कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताइए.
Saturday, 19 December 2020
benefit of ginger-अदरक के फायदे और सेहत के लिए कमाल का है अदरक
अदरक गुणवत्ता से भरपूर एक मसाला है. इसकी की खेती पूरे भारत में की जाती है. अदरक हर घर की रसोई में मौजूद सबसे महत्वपूर्ण मसालों में से एक है. अदरक में हल्दी जैसे कई औषधीय गुण भी होते हैं. अदरक को इंग्लिश में जिंजर (Ginger) कहते हैं. कई लोकप्रिय व्यंजनों भोजन में स्वाद बढ़ाने के लिए अदरक एक महत्वपूर्ण घटक है. आयुर्वेद में इसका का उपयोग लाखों वर्षों से किया जा रहा है. अदरक गर्म होता है इसलिए ठंड के मौसम में अदरक का उपयोग अधिक किया जाता है. कोरोना में अदरक के फायदे का उपयोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रामबाण इलाज है.
यहाँ आज हम आपको अदरक के कुछ फायदों के बारे में बता रहे हैं जो इसके नियमित सेवन के कारण हैं। हम अदरक को कच्ची ताजी, सूखे पाउडर , आयल या जूस के रूप में उपयोग कर सकते हैं.
अदरक में कौन सा विटामिन पाया जाता है ( Which vitamin is found in ginger) ?
अदरक में विटामिन ए, विटामिन डी और विटामिन ई होते हैं. इसके अलावा, अदरक में मैग्नीशियम आयरन जिंक कैल्शियम होता है जिसके कारण अदरक हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. अदरक में पाए जाने वाले तत्व मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं. अदरक में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो हमें गैस अपच जैसी बीमारियों से छुटकारा दिलाते हैं.
अदरक का पानी पीने से क्या फायदा (What is the benefit of drinking ginger water) ?
अदरक का पानी पीने के ये है फायदे:-
• अदरक पाचन से जुड़ी सभी समस्याओं में काफी राहत देता है.
• अदरक का पानी पीने से शरीर का दर्द दूर होता हैै.
• इम्युनिटी पॉवर बढ़ाता हैै.
• बाल चमकदार हो जाते हैं.
अदरक वाली चाय के गुण क्या है (What is the quality of ginger tea)?
• मासिक धर्म के दर्द में राहत देता है.
• सांस की बीमारियों में कारगर.
• कोलेस्ट्रोल लेवल कम करने के लिए.
• अदरक के फायदे की चाय का उपयोग खांसी, जुकाम और बुखार में किया जाता हैै.
खाली पेट अदरक खाने से क्या होता है (What happens by eating ginger on an empty stomach)?
अदरक खाने के कई फायदे हैं, लेकिन खाली पेट पर अदरक खाने से बहुत फायदा होता है. क्योंकि आपके पेट में कोई ऐसा खाद्य तत्व नहीं होता है जो आपके पेट में एसिड के साथ बंद हो जाए. खाली पेट अदरक खाने से पेट का दर्द ,उल्टी, मासिक धर्म का दर्द जैसी समस्याओं को दूर करता है.
अदरक को कैसे खाएं (How to eat ginger)?
• अदरक की चाय बनाकर सेवन कर सकते हैं.
• हम इसे मसालों के साथ खाने में शामिल कर सकते हैं.
अदरक खाने से पहले हमें कौनसी बातें ध्यान रखनी चाहिए (What things should we keep in mind before eating ginger) :-
* लो ब्लड शुगर वाले को भी अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए .क्योंकि अदरक के सेवन करने से दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है.
* जिन लोगों को एसिडिटी होती है उन्हें अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए. खाली पेट अदरक की चाय बहुत नुकसान करती है.
अदरक के 11 चमत्कारी फायदे(11 miracle benefits of ginger) :-
1. सभी महिलाएं मासिक धर्म के दर्द से जूझती रहती हैं। किसी को कम दर्द महसूस होता है तो किसी को बहुत ज्यादा होता है.ऐसा कहा जाता है कि मासिक धर्म के दौरान रोजाना एक या 2 ग्राम अदरक पाउडर का सेवन करने से मासिक धर्म के दर्द से छुटकारा मिलता है.
2. अदरक का सेवन करने से अपच की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है.
3. अदरक के फायदे के डीटाॅक्स(Detox)के रूप में अदरक पेय एक महान डीटाॅक्सीफाई (Detoxify) के रूप में कार्य करता है.
4. अदरक का सेवन दिल की दर को सामान्य रखने के लिए अच्छे परिणाम भी दिखाता है.
5. शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर अदरक का सेवन दर्द से राहत दिलाने का काम करता है.
6. इस कोरोना अवधि के दौरान जहां रोग प्रतिरोधक में वृद्धि करना बहुत महत्वपूर्ण है, वहीं इस अदरक का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के फायदे में देखा गया है.
7. हर दिन अदरक खाने से रक्तचाप को सामान्य रखने में बहुत मदद मिलती है.
8. अगर आपको कब्ज है तो थोड़ा नींबू का रस और अजवाइन नमक मिलाएं और उसमें अदरक डालकर खाएं, आपको कब्ज में राहत मिलेगी।.
9. शरीर में अतिरिक्त वसा(फैट) की मात्रा को जलाने (कम करने)के लिए अदरक बहुत फायदेमंद साबित होता है.
10. अगर आपको भूख नहीं लगती है तो आप अदरक का अद्भुत प्रभाव दिखाएंगे. अदरक को काटकर उसमें नमक मिलाएं और इसे 15 दिनों तक दिन में एक बार खाएं.आपका पेट भी साफ हो जाएगा और आपको अधिक भूख लगेगी.
11. त्वचा को ताजा और सुंदर और चमकदार बनाना चाहते हैं यदि आप रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ अदरक खाते हैं, तो यह आपकी त्वचा पर चमक और दमक लाएगा. क्योंकि अदरक अपने उत्कृष्ट एंटी-ऑक्सीडेंट के कारण त्वचा के लिए फायदेमंद है.
आशा है आपको अदरक के फायदे की जानकारी पसंद आई होगी. आपको यह आर्टिकल पढ़कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताइए.
Saturday, 12 December 2020
कैसे वजन बढ़ाए और मोटा होने के आसान तरीके वह घरेलू उपचार
कैसे बढ़ाएं आसानी से अपना वजन ?
कम वजन या पतले होने के साइड इफेक्ट :-
वजन बढ़ाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें :-
वजन बढ़ाने के घरेलू नुस्खे और वजन बढ़ाने के लिए क्या खाएं :-
वजन बढ़ाने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए
Sunday, 6 December 2020
कोरोना काल में अस्थमा का कैसे रखें ख्याल और उपचार?
अस्थमा क्या है ?
अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जिसमें फेफड़ों के अंदर जाने वाले वायु मार्ग सिकुड़ जाते हैं और बलगम पैदा करने लगते हैं. जब ऐसा होता है तो सांस लेना कठिन हो जाता है, जिस वजह से दमे का अटैक हो सकता है. इनमें एलर्जी, जुकाम का वायरस, दवाइयां, धूल मिट्टी, ज्यादा कसरत करना आदि कारण हो सकते हैं.
अस्थमा के लक्षण
• दमा के रोगियों में सामान्य से तेज गति से सांस चलने लगती है या सांस लेने में बहुत अधिक कठिनाई होती है.
• अस्थमा के रोगियों को घबराहट ज्यादा होती है और छाती में जकड़न सी महसूस होती है,साथ ही धड़कनें भी तेज हो जाती हैं.
• अस्थमा के रोगियों में गले में खुजली होती है और हर शारीरिक गतिविधियों में थकान महसूस होती है,बार-बार खाँसी आना और अधिकतर दौरे के साथ खाँसी आना.
• साँस लेते समय सीटी की आवाज आना.
• छााती में जकड़ाहट तथा भारीपन और
साँस फूलना.
• खाँसी के समय कठिनाई होना और कफ न निकल पाना.
• गले का अवरूद्ध एवं शुष्क होना और बेचैनी होना.
• नाड़ी गति का बढ़ना.
अस्थमा के लक्षण और अस्थमा के प्रकार की पूरी जानकारी के लिए यह पढ़िए.
अस्थमा के रोगी क्या करे और क्या ना करे ?
क्या करे
• सुबह की ताजी हवा में बाहर घूमने जरूर जाना चाहिए, इससे सुबह की साफ ऑक्सीजन मिलने से फेफड़े मजबूत होंगे.
• अपने भोजन में गेहूं, पुराने चावल, मूंग दाल, चने की दाल, जौ और को शामिल करें
• रोज श्वसन व्यायाम, योग और प्राणायाम करें
• अपने खाने में लहसुन, अदरक और मिर्च का इस्तेमाल करें।
• अस्थमा से छुटकारा पाने के लिए शहद और गुनगुना पानी का सेवन करें.
क्या न करें
• अस्थमा के रोगी ज्यादा व्यायाम ना करें और प्राणायाम करते समय भी सांस की गति तेज न करें.
• खाने-पीने में भी अस्थमा के रोगियों को खास सावधानी रखनी चाहिए. कम तेल का भोजन खाना चाहिए. ज्यादा खट्टा खाने से भी बचना चाहिए.
• भारी खाना, काले चने, मछली, मांस,तला हुआ एवं सरसों न खाएं.
• जुकाम और उमस भरे वातावरण से बचें.
• ठंडा पानी, मिठाई, दही और बासी फ्रीज में रखा गया खाना न खाएं.
• अत्यधिक व्यायाम न करें.
• धूम्रपान, धूल या धुएं वाली जगहों एवं प्रदूषित पर्यावरण में जाने से बचें.
अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, अस्थमा क्या है पढ़े
अस्थमा के रोगी कैसे रखें कोरोना काल में विशेष सावधानी ?
अस्थमा रोगियों पर कोरोना वायरस बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है, क्योंकि इनके फेफड़े पहले से कमजोर होते हैं. जिससे कोरोना वायरस होने पर इनका संक्रमण इनके फेफड़ों को बहुत जल्दी खराब कर सकता है.
कोविड की वजह से अब लोग काफी सहमें और डरे हुए हैं. थोड़ी-सा जुकाम- छींक - खांसी आने पर डर लगा रहता है कि कहीं कोरोना तो नहीं हो गया, लेकिन कोरोना के लक्षण हर किसी में एक जैसे नहीं होते हैं अलग अलग होते है. ऐसे लोग जिनकी इम्यूनिटी अच्छी होती है, उन्हें कोरोना वायरस कुछ खास प्रभावित नहीं कर पाता है और जल्दी ठीक हो जाते हैं. चिंता करने वाली बात उन लोगों के लिए है, जो पहले से ही किसी ना किसी बीमारी से पीड़ित हैं और उस वजह से उनकी इम्यूनिटी कमजोर है. इसके कारण से अस्थमा रोगियों को कोरोना वायरस बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है, कोरोना वायरस से बचने के लिए कैसे इसका ख्याल रखा जा सकता है.
अस्थमा का अटैक आने पर क्या करें ?
1. चाय, कॉफी या गुनगुना पानी पीएं जिससे सांस नलिकाओं को खुलने में मदद मिलेगी.
2. अटैक आने पर घबराएँ नहीं बल्कि आरामदायक स्थिति या कमर को सीधा रखकर बैठ जाएं अगर बैठा नहीं रह सकते तो सीधा खड़े हो जाये और गहरी सांस लेते रहे. अटैक आने पर लेटना नहीं चाहिए इससे स्थिति बिगड़ जाती है.
3. इन्हेलर और नेब्युलाइज़र, जो दवा के साथ उपयोग किया जाता है,जिसे फेफड़ों में गहराई सांस मिलने में मदद मिलती हैं.
अस्थमा के आर्युवैदिक उपचार और कोरोना काल में अस्थमा रोगी उपयोग करें ये उपाय
अदरक की तासीर गर्म होती है, इसलिए यह दमा के रोगियों को बहुत फायदा पहुंचाने में मदद करती है. अदरक अस्थमा के खिलाफ लड़ाई में बहुत लाभदायक है. सभी प्रकार की श्वसन क्रियाओं के उपचार के लिए आप अदरक गीली सूखे दोनों उपयोग कर सकते हैं क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट और दर्द को दूर करने वाले गुण होते हैं. यह फेफड़ों में जाने वाले वायु मार्ग से अतिरिक्त बलगम और सूजन को खत्म करता है और उन्हें आराम भी देता है.
अदरक की चाय में लहसुन की 4 पिसी कलियाँ मिलाकर पिएं. यह अस्थमा का रामबाण इलाज करता है.
अदरक का एक चम्मच ताजा रस, एक कप मेथी का काढ़ा और स्वादानुसार शहद इस मिश्रण में मिलाएँ. दमा के मरीजों के लिए यह बहुत लाभदायक है.
• लहसुन
अस्थमा का रामबाण इलाज करने के लिए आपको लहसुन का इस्तेमाल करना चाहिए. लहसुन अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होता है. लहसुन में एंटी वायरल और एंटीऑक्सिडेंट के गुण पाए जाते हैं, जिससे अस्थमा के रोगियों को बहुत फायदा होता है. अस्थमा के रोगी को दूध में लहसुन की 4-5 कलियां उबालकर रोज लेना चाहिए . इससे अस्थमा में आराम मिलेगा.
• लौंग
सुबह -सुबह 3-4 लौंग को एक गिलास पानी में 5 मिनट तक उबालें. फिर इसे छानकर इसमें शहद मिलाकर गरमा-गरम पीने से अस्थमा में फायदा होता है.
• अजवायन
अस्थमा से अनेक लोग पीड़ित रहते हैं. अगर आप अस्थमा के रोगी हैं तो आपके लिए बेहद आसान उपाय है. अस्थमा का जड़ से हटाने के लिए आप पानी में अजवायन डालकर इसे उबालें और अजवाइन के उबले हुए पानी की भाप लेने से भी दमा के रोगी को राहत मिलती है. यह अस्थमा का जड़ से मिटाने के लिए आसान रामबाण उपाय है.
• हल्दी
हल्दी बहुत ही गुणकारी मसाला है. इसलिए अगर आप अस्थमा ना हो और अस्थमा का का सफल उपचार करना चाहते हैं तो दूध में हल्दी प्रतिदिन डालकर पिएँ.
• तुलसी
तुलसी लोंग तेज पत्ता,सोंठ, सेंधा नमक, जीरा, भुनी हुई हींग और तुलसी के पत्ते को पीसकर एक गिलास पानी में उबाल लें। इसे पीने से अस्थमा की समस्या दूर हो जाएगी.
• नीलगिरी तेल
नीलगिरी के तेल में नीलगिरी रहताहै और नाक के द्वारा वायु मार्ग को साफ करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि, इसमें बलगम को तोड़ने की ताकत होती है। यह अस्थमा और दमा के घरेलू उपाय का सबसे अच्छा तरीका है। एक तौलिया या नैपकिन पर इस तेल की कुछ बूंदें डालें और जब आप सो रहे हों, तो इसे अपनी नाक के करीब रखें. आप उबले हुए गर्म पानी में तेल की कुछ बूंदें डालकर सीधे भांप ले सकते हैं.
• शहद
अस्थमा का दौरा बार-बार न पड़े इसलिए हल्दी और शहद और अदरक का रस मिलाकर चाटना चाहिए. यह अस्थमा के सफल इलाज में सहायक है.
• अंजीर
अंजीर कफ जमने से भी रोकता है. सुखी अंजीर को पानी में रात भर भिगोकर रख दें. सुबह खाली पेट इसे खाले और उसका पानी पी ले ऐसा करने से वायु मार्ग में जमा हुआ बलगम ढीला होकर बाहर निकल जाता है यह अस्थमा का सफल इलाज है.
आर्टिकल में हमने आपको दमा अस्थमा से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है. उम्मीद है आपको हेल्थ केयर की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी.
इस लेख में दी गयी जानकारी कुछ खास स्वास्थ्य स्थितियों और उनके उपचार के संबंध में शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है.यह किसी योग्य और लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवा, जांच, निदान और इलाज का विकल्प नहीं है. यदि आप, आपका बच्चा या कोई करीबी ऐसी किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहा है, जिसके बारे में यहां बताया गया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें. यहां पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार के लिए बिना विशेषज्ञ की सलाह के ना करें. यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको होने वाले किसी भी तरह से संभावित नुकसान के लिए Health care system जिम्मेदार नहीं होगा.
कलर थेरेपी से अपनी बीमारियों का इलाज